कई सारे ऐसे गंतव्य होते हैं जहां के लिए उड़ान भरने वाली विमानें दिन में न उड़ कर रात के समय में उड़ान भरती हैं। इस तरह के उड़ानों को रेड-आई फ्लाइट कहते हैं। इस तरह की उड़ाने आम उड़ानों से सस्ती होती हैं। साथ ही अपने गंतव्य तक जल्दी पहुंचाती हैं। ऐसी उड़ानों की खासियत यह होती है कि यह सफर करने वाले यात्रियों का काफी समय बचा देती हैं। क्योंकि, रात के समय कम लोग सफर करते हैं इसीलिए एयरपोर्ट और सड़क पर लोगों की मौजूदगी कम होती है और लोग आसानी से एयरपोर्ट पहुंचना और चेक इन जैसे काम कर सकते हैं। कम समय के उड़ान के लिए रेड-आई फ्लाइट लेना फायदे का सौदा नहीं होता है।
अगर आप अपने लिए रेड-आई फ्लाइट बुक कर रहे हैं तो अपने गंतव्य पर पहुंचने से पहले एयरपोर्ट से लेकर अपने होटल तक के लिए ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था कर लें। ताकि रात के समय आपको किसी परेशानी का सामना न करना पड़े और आप अपने गंतव्य तक पहुंच जाएं। कोशिश करें कि आपकी फ्लाइट भले ही रात के समय उड़ान भरे लेकिन, गंतव्य पर सुबह पहुंचे। रेड-आई फ्लाइट हमेंशा नॉन स्टॉप ही होनी चाहिए नहीं तो आपको ज्यादातर समय एयरपोर्ट पर ही बिताना पड़ सकता है। उड़ान के दौरान अपनी नींंद पूरी कर लें ताकि अगले दिन का समय किसी और काम में लगा सकें।
जैसा कि हमने आपको बताया कि रात के समय उड़ान बरने के कारण इन उड़ानों को रेड-आई उड़ान कहते हैं। इस तरह की उड़ानें ज्यादातर विदेश यात्रा के लिए सुगम और बेहतर मानी जाती हैं। रात के समय कई सारी सुविधाओं का लाभ मिल जाता है जिसके बारे में हमने आपको उपर के हिस्सों में बताया है। दरअसल रात के समय एयर ट्रैफिक भी कम होता है तो ऐसे में विमान कई बार अपने निर्धारित समय से भी कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंच जाते हैं। जाहिर सी बात हैं कि जब रात के समय एयर ट्रैफिक कम होगा तो विमान भी तेजी से उड़ती हैं।