कई बार हम अपने फैसले के कारण ही परेशानियों में फंस जाते हैं तो ऐसे में जरूरी होता है कि कोई भी फैसला लेने से पहले सोच समझ लें। सोच समझ कर लेने वाला ऐसा ही एक निर्णय है गर्भावस्था के दौरान हवाई यात्रा करना। गर्भावस्था एक ऐसी स्थिति है जिसमें सामान्य तौर पर महिलाओं को सुरक्षित रहने की हिदायत दी जाती है। इस स्थिति में यात्रा करना भी महिलाओं के लिए काफी जोखिम भरा होता है। लेकिन, अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी की मानें तो गर्भावस्था के दौरान महिलाएं कुछ हिदायतों के साथ समान्य यात्रियों के तरह हवाई जहाज में सफर कर सकती हैं। दुनिया भर की ज्यादातर एयर लाइन्स गर्भवती महिलाओं को गर्भ धारण के 36 सप्ताह तक हवाई यात्रा करने की अनुमती देती हैं। अन्य यात्रियों के तरह गर्भवती महिलाओं के लिए भी सीट बेल्ट बांधना अनिवार्य होता है। हालांकि, बिना डॉक्टर कंसलटेशन के हवाई यात्रा करना जोखिम से भरा हो सकता है। साथ ही गर्भधारण के बाद यात्रा करने जो नियम होते हैं उसके बारे में भी सही और सटीक जानकारी होना काफी अनिवार्य होता है। आज हम आपको बताते हैं कि गर्भावस्था के दौरान हवाई यात्रा के लिए किन नियमों का पालन करना होता है।
क्या है गर्भवती होने पर हवाई सफर करने के नियम?
- गर्भवती महिला गर्भ धारण करने के 32 से 36 सप्ताह बाद तक हवाई यात्रा कर सकती है।
- हालांकि,अलग-अलग एयर लाइन्स में इन समयावधि में कुछ सप्ताह का फर्क होता है।
- यात्रा से 72 घंटे पहले किसी स्त्री रोग विषेशज्ञ से मिल कर सलाह लेना जरूरी है।
- साथ ही उससे प्राप्त मेडिकल सर्टिफिकेट लेकर ही आप हवाई यात्रा कर सकते हैं।
- सर्टिफिकेट में इस बात की पुष्टि होनी चाहिए कि आपको हवाई यात्रा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी नहीं आती है।
- यदि डॉक्टर ऐसा मानते हैं कि आपकी डिलेवरी नॉर्मल होने वाली है तब ही आप 36 सप्ताह तक हवाई सफर कर सकते हैं।
- लेकिन इसके लिए भी आपके पास मान्यता प्राप्त डॉक्टर द्वारा फिटनेस सर्टिफिकेट प्राप्त होना चाहिए।
- दुनिया भर की ज्यादातर एयरलाइन्स 36 सप्ताह के बाद गर्भवती महिलाओं को हवाई यात्रा करने की अनुमती नहीं देती हैंं।
इन मामलों में गर्भधारण के बाद नहीं कर सकते हवाई यात्रा
- यदि किसी महिला के गर्भ में दो या तीन बच्चे हैं तो ऐसी स्थिति में वह 32 सप्ताह के बाद हवाई यात्रा के लिए योग्य नहीं है।
- पूर्व में गर्भपात के दौरान अगर किसी जटिलता का सामना करना पड़ा हो तो उस सूरत में भी गर्भवती महिला को हवाई यात्रा की अनुमति नहीं मिलती है।
- सामान्य तौर पर अधिकतम 36 सप्ताह के बाद गर्भवती को हवाई यात्रा की अनुमती नहीं होती है।
अपातकाल में गर्भवती महिलाओं के लिए क्या हैं हवाई यात्रा के नियम
- आपातकाल की स्थिति में हर संभव मदद मिल सके इसके लिए यात्री को एयर लाइन कंपनी के तरफ से दिए गए एक विशेष फॉर्म को भरना होता है।
- इस फॉर्म को भरने का मकसद यह होता है कि मदद की स्थिति में आपकी हर जानकारी आपातकाल में काम करने वाले कर्मी को हो।
- यात्रा से पहले आपको चिकित्सा सेवा के कार्यकारी निदेशक की अनुमती लेनी होगी।
- ऐसा करना इसलिए जरूरी है ताकि आपात सेवा में आप तक मदद पहुंच सके।
हवाई जहाज या हवाई अड्डे पर आप किन सुविधाओं का ले सकते हैं लाभ?
- गर्भावस्था के दौरान लंबी दूरी तक पैदल चलना संभव नहीं होता है ऐसे में एयरपोर्ट पर आप व्हिलचेयर की सुविधा का लाभ ले सकते हैं।
- हावाई अड्डे पर आप चिकित्सा कक्ष और फार्मेसी की सेवा भी आप ले सकते हैं।
- ज्यादातर हवाई अड्डों पर चिकित्सा कक्ष मौजूद होता है।
- आप हवाई अड्डे पर चिकित्सा कक्ष के उपलब्धता की जानकारी भी ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं।
- गर्भवती महिलाओं के लिए हवाई जहाज में विशेष आहार की व्यवस्था भी कराई जाती है।
- ऐसी स्थिति में एडजस्टेबल सीट और सीट बेल्ट की उपलब्धता गर्भवती महिलाओं को सबसे पहले कराई जाती है।
विदेशों में क्या है गर्भवतियों के लिए हवाई यात्रा के नियम
एयर फ्रांसः फ्रांस की इस सरकारी एयरलाइन में यात्रा करने के लिए आपके पास डाक्टर से प्राप्त फिटनेस सर्टिफिकेट होनी चाहिए। यह एयरलाइन गर्भावस्था के अंतिम महीने और प्रसव के सात दिनों बाद तक हवाई सफर करने की अनुमती नहीं देता है। इसके अलावा इसमें सफर करने के लिए आपको डॉक्टर की सलाह लेने की हिदायत दी जाती है।
एयर न्यूजीलैंडः यह एयरलाइन गर्भाधारण के 36 सप्ताह तक अधिकतम चार घंटे तक की हवाई यात्रा करने की अनुमती देती है। वहीं, 36 सप्ताह से 40 सप्ताह की गर्भवती महिलाएं चार घंटे से कम समय का उड़ान ले सकती हैं। सफर के लिए 28 सप्ताह से ज्यादा समय की गर्भवती महिलाओं को अपना हेल्थ सर्टिफिकेट ले जाना जरूरी होता है।
ब्रिटिश एयरवेज़ः यह कंपनी 36 सप्ताह की गर्भवती महिलाओं को हवाई सफर करने की अनुमती देता है। यदि आपके गर्भ में एक से ज्यादा बच्चे हैं तो आपको इस एयरलाइन में 32वें सप्ताह तक ही यात्रा की अनुमती मिलती है। यहां भी आपके पास डॉक्टर से प्राप्त फिटनेस सर्टिफिकेट होना जरूरी है।
कैथी पेसिफिकः हांगकांगकी इस सरकारी एयरलाइन में 28 सप्ताह तक की गर्भवती महिलाओं को यात्रा करने की अनुमती है। यात्रा के पहले आपको एयरलाइन को बताना होता है कि आप किनते बच्चों की गर्भवती हैं, आपके प्रसव का दिन और संभावित सप्ताह कौन सा है। साथ ही आपको आपका फिटनेस सर्टिफिकेट भी एयरलाइन्स के पास सबमिट करना होता है।
गर्भावस्था के दौरान उड़ान भरते समय रखें इन बातों का ध्यान
- इस दौरान ध्यान रखें कि आपका एलर्जी लेवल कैसा है साथ ही अच्छे डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
- अगर समय से पहले ही आपको पेट में दर्द या कुछ असामान्य हो रहा है तो उसके बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं।
- वैसे तो कॉमर्शियल प्लेन में कोई दिक्कत नहींं है लेकिन अगर छोटे या रिजनल फ्लाइट का विक्लप आपके पास है तो उसी का चुनाव करें।
- अगर आप किसी दूसरे देश में यात्रा की योजना बना रहे हैं तो अपने हेल्थ इंश्योरेंस को ठीक से चेक कर लें।
- बुकिंग से पहले ज्यादा से ज्यादा एयरलाइन से संपर्क कर लें और जान लें कि किसके पास गर्भवती महिलाओं के लिए बेहतर सेवा है।
- सफर के दौरान मैटरनिटी पैंट पहने और ढीले-ढाले कपड़े को ही प्राथमिकता दें।
- स्पेस और आरामदायक सीट का चुनाव करें।