घर में अगर कोई बच्चा हो तो माहौल खुशनुमा हो जाता है। लेकिन, बच्चे को पालने की जिम्मेदारी भी काफी ज्यादा होती है। चाहे घर में हो या घर के बाहर घर के सबसे छोटे मेहमान के लिए हर समय एक बेहतर व्यवस्था करनी होती है। अगर आप सफर करने जा रहे हैं और आपकी यह यात्रा अगर हवाई यात्रा है तो बच्चे को अपने साथ ले जाना अपने आप में एक बड़ी चुनौती है और इस बात को विमान कंपनियां भी समझती हैं। इसीलिए विमान यात्रा के दौरान कंपनियां बच्चों के लिए कुछ विशेष छूट देती हैं। आज हम आपको बताते हैं कि इंडिगो में किसी बच्चे के साथ सफर करने का क्या तरीका होता है।
अगर आप बच्चे के साथ सफर कर रहे हैं तो आपको अपने साथ कुछ महत्वपूर्ण कागजात रख लेना चाहिए।
इंडिगो एक ऐसी विमान कंपनी है जिसका नेटवर्क पूरे भारत में सबसे ज्यादा है। भारत में मौजूद एयरलाइन कंपनी की बात करें तो इंडिगो सबसे ज्यादा उड़ानों को संचालित करती है। इंडिगो के विमान में नवजात शिशु और गर्भवती महिला के सफर के लिए कई सारे नियम बनाए गए हैं। साथ ही विमान में बच्चों के मुफ्त सफर की एक सीमा तय की गई है। आपको बतादें कि विमान में यात्रा के दौरान सात माह से ज्यादा उम्र के बच्चे को ही उड़ान की अनुमति मिलती है। इसके अलावा विमान में दो साल से लेकर 12 साल तक के उम्र को ही बच्चे की उम्र मानी जाती है। हालांकि, विमान में मुफ्त यात्रा केवल सात माह से दो साल तक के बच्चे ही कर सकते हैं। दो साल से ज्यादा उम्र के बच्चों के लिए सामान्य टिकट ही बुक करना होता है। इन बच्चों को विमान में एक पूरी सीट भी दी जाती है। वहीं, अगर आप एक से ज्यादा नवजात यानी कि सात माह से दो साल तक के बच्चे के साथ सफर कर रहे हैं तो हर बच्चे के साथ एक वयस्क का होना जरूरी है। एक्स्ट्रा चार्ज देने पर भी विमान में नवजात शिशुओं के लिए सीट नहीं दी जाती है। इसके अलावा बच्चों के लिए खान-पान से संबंधित एक्ट्रा (निर्धारित वजन से ज्यादा) लगेज केबिन में ले जाने की अनुमती होती है